जाना इस जिंदगी से
खोना है क्या मालूम न था ,
पर पाने को बहुत कुछ है,
जाना इस जिंदगी से।
सपनो को देखा था बस नींदों में
पर वो भी कभी सच होते है ,
जाना इस जिंदगी से।
चलना तो सीखा था पर ,
पंख बिना उड़ना क्या होता है ,
जाना इस जिंदगी से।
थके हारे चलते रहना किस्मत में था शायद,
पर डूब कर उबरना क्या होता है ,
जाना इस जिंदगी से।
डर कर खुद को छुपा लेना तो आता था ,
पर लड़ कर जीतना क्या होता है ,
जाना इस जिंदगी से।
खुद को जिन्दा रखना तो आता था,
पर जीना क्या होता है ,
जाना इस जिंदगी से।
आस्था जायसवाल
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