ये और बात है
मेरी रोई हुई पलके तुझे बुलाये
तु फिर भी न आये
ये और बात है
मेरी रुँधी हुई आवाज़ तुझे मनाये
तु फिर भी मुझे सताये
ये और बात है
मेरी साँसे तेरे बिन यूँ थम -थम सी जाये
तु फिर भी समझ न पाये
ये और बात है
तेरा इंतज़ार मुझे हर पल तड़पाये
तु फिर भी बेखबर रह जाये
ये और बात है
मेरी रूह तेरे प्यार को तरसती रह जाय
तु फिर भी अपने दिल में जगह न दे पाये
ये और बात है
kya baat hai..
ReplyDeletethanks
DeleteKya ho gya mam ji
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