ख्वाहिश नहीं मुझे सितारों की ,
मेरा चाँद तोह ज़मीन पर ठहरा है।
खयालो में डूबा ये मन मेरा ,
तेरी यादों का बस इनपे पहरा है।
ख्वाहिश नहीं मुझे दुनिया पे छा जाने की ,
तेरी बाहों में सिमटा ये जग मेरा है।
एहसास में जियूँ तेरे मैं हर पल,
कि ये लम्हा बस मेरा है। .......
आस्था जायसवाल
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