तेरे बिन मैं
तु दीये सी जलती है ,
मैं बाती सा धधकता हूँ।
तु मरहम सी लगती है ,
मैं दर्द सा सहता हूँ।
तु गुलाब सी खिलती है ,
मैं काटों सा चुभता हूँ।
तु हवा सी बहती है ,
मैं बादल सा बरसता हूँ।
तु मोती सी अनमोल है ,
मैं समुंदर सा खारा हूँ।
तु जिंदगी सी रौशन है ,
मैं गुमनामी का अँधेरा हूँ।
तु मेरे जीने का सहारा है ,
मैं तेरे बिना बस एक पँछी आवारा हूँ।
आस्था जायसवाल
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको जन्मदिन-सह नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएं!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको जन्मदिन-सह नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएं!