MY POETRY COLLECTION AND LOTS MORE:-
ख़ाकी
मेरे ख़्वाहिशों की जमीं
मेरे होसलों की जान
मेरी उमीदों का जहाँ
मेरे सपनो का असमां
तुम सिर्फ़ ख़ाकी नहीं
मेरी सोच की बुनियाद
मेरा अभिमान हो।
आस्था जायसवाल
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