दोस्ती
याद है मुझे आज भी वो तेरा मुझसे मिलना,
साथ में खेलना और फिर यूं ही लड़ना।
याद है मुझे मेरा रूठना और तेरा मनाना,
टीचर की डांट से मुझे बचाना और फिर खुद ही डांट खाना।
याद है मुझे दोस्ती की वह अपनी कसमें,
वो तेरा जय और मेरा वीरू बन जाना।
वो गुजरे जमाने की हर बात मुझे याद है,।
वो दोस्त पुराने, वो दोस्त हमारे आज भी मुझे याद है
आस्था जयसवाल
(पुलिस उपाधीक्षक)
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